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‘राइजिंग छत्तीसगढ़’ कॉन्क्लेव 2025: दूरदर्शी नेतृत्व और विकास के नए आयाम.....

रायपुर, 11 जुलाई 2025
न्यूज़18 मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ द्वारा राजधानी रायपुर के मेफेयर लेक रिसॉर्ट में आयोजित “राइजिंग छत्तीसगढ़” कॉन्क्लेव ने छत्तीसगढ़ के विकास के रोडमैप को राष्ट्रीय मंच पर प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। इस भव्य आयोजन में राज्य के प्रमुख राजनीतिक नेता, नीति निर्माता, उद्योग जगत के दिग्गज, और सामाजिक प्रभावशाली हस्तियां एक मंच पर एकत्रित हुईं, जिन्होंने समावेशी विकास, सुशासन, और नवाचार के दृष्टिकोण को साझा किया। कॉन्क्लेव का मुख्य आकर्षण मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का प्रेरणादायी कीनोट सेशन रहा, जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ को सशक्त और विकसित राज्य बनाने के लिए अपनी सरकार के स्पष्ट एजेंडे को रेखांकित किया।

मुख्यमंत्री का विजन: समावेशी विकास और सुशासन

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ की प्रगति के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ की जनता ने बीजेपी पर विश्वास जताया और हमने पहले दिन से ही अपने वादे निभाने शुरू कर दिए।” उन्होंने किसानों, महिलाओं, जनजातीय समुदायों, और समाज के अन्य वर्गों के कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। उनके संबोधन की प्रमुख बातें इस प्रकार हैं:

– किसानों की समृद्धि: किसानों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना के तहत गरीबों को घर उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन स्तर में सुधार हो रहा है।
– सुशासन की दिशा में कदम: सुशासन को मजबूत करने के लिए चार घंटे की लंबी कैबिनेट बैठकें और मैनपाट में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, ताकि प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाया जा सके।
– जनजातीय कल्याण: ‘चरण पादुका योजना’ को पुनः शुरू कर जनजातीय समुदायों के लिए कल्याणकारी कदम उठाए गए हैं। इसके साथ ही तेंदूपत्ता संग्राहकों को लंबे समय से प्रतीक्षित बोनस प्रदान किया जा रहा है।
– महिलाओं का सशक्तिकरण: मुख्यमंत्री ने कहा, “कांग्रेस ने महिलाओं से रोजगार छीना था, हमारी सरकार उनकी गरिमा और आजीविका को बहाल कर रही है।” इसके लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त किया जा रहा है।
– नक्सलवाद का अंत: उन्होंने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने का संकल्प दोहराया, जिसके लिए सरकार ठोस कदम उठा रही है।

कॉन्क्लेव की प्रमुख झलकियां

“राइजिंग छत्तीसगढ़” कॉन्क्लेव में छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा से जुड़े विभिन्न विषयों पर विचारोत्तेजक सत्र आयोजित किए गए। इन सत्रों में नीतिगत विमर्श, सामाजिक समावेशन, और आर्थिक प्रगति पर गहन चर्चा हुई। प्रमुख सत्र इस प्रकार थे:

1. विकास की नई राह: इस सत्र में बुनियादी ढांचे और सुशासन पर केंद्रित नीतियों पर चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने राज्य में सड़क, रेल, और लॉजिस्टिक हब जैसे क्षेत्रों में हो रहे नवाचारों पर प्रकाश डाला।
2. नारी शक्ति : राइजिंग छत्तीसगढ़ की नई ऊर्जा: इस पैनल चर्चा में महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी आर्थिक भागीदारी पर जोर दिया गया। स्व-सहायता समूहों और कौशल विकास योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने की पहल की सराहना की गई।
3. हरित क्रांति से जल क्रांति तक: इस सत्र में कृषि मंत्री डॉ. रामविचार नेताम और अन्य विशेषज्ञों ने छत्तीसगढ़ में हरित क्रांति और जल प्रबंधन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा की।
4. राइजिंग छत्तीसगढ़: द विजन: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के साथ विशेष वन-ऑन-वन सत्र में उन्होंने राज्य को भारत का नया ग्रोथ इंजन बनाने की दृष्टि साझा की।

प्रत्येक सत्र का संचालन न्यूज़18 के प्रमुख एंकरों द्वारा किया गया, जिन्होंने राज्य के राजनीतिक, सामाजिक, और आर्थिक बदलावों पर गहन विश्लेषण प्रस्तुत किया।

छत्तीसगढ़ का विकास: राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में

कॉन्क्लेव में छत्तीसगढ़ को न केवल कोर सेक्टर (खनन और इस्पात) तक सीमित रखने, बल्कि सेमीकंडक्टर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, फार्मा, डिफेंस, एयरोस्पेस, और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे अत्याधुनिक उद्योगों का राष्ट्रीय केंद्र बनाने की दिशा में ठोस योजनाओं पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने बताया कि हाल ही में मंजूर की गई छत्तीसगढ़ लॉजिस्टिक पॉलिसी-2025 और जन विश्वास विधेयक से राज्य में निवेश और व्यापार को नई गति मिलेगी।

इसके अलावा, नवा रायपुर को ‘सिलिकॉन वैली ऑफ छत्तीसगढ़’ बनाने की दिशा में सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 लागू किया गया है, जिससे उद्योगों को अनुमोदन और सब्सिडी आसानी से प्राप्त हो सकेगी। पॉलीमैटेक कंपनी को सेमीकंडक्टर निवेश के लिए भूमि आवंटन और ₹1,143 करोड़ के प्रोजेक्ट की शुरुआत इसका उदाहरण है।

उद्योग और रोजगार के नए अवसर

कॉन्क्लेव में यह भी उजागर किया गया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने पिछले डेढ़ वर्ष में 350 से अधिक संरचनात्मक सुधार किए हैं, जिसके परिणामस्वरूप ₹5.5 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। हाल ही में 11 प्रमुख कंपनियों को ₹1,23,073 करोड़ के निवेश प्रस्ताव के लिए इनविटेशन टू इन्वेस्ट पत्र सौंपा गया, जिससे 20,627 लोगों को रोजगार मिलेगा।

नवा रायपुर में स्क्वायर बिजनेस सर्विसेज और टेली परफॉर्मेंस जैसी आईटी कंपनियों ने सेवाएं शुरू की हैं, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्रों सहित 350 से अधिक युवाओं को रोजगार प्रदान कर रही हैं। अगले डेढ़ वर्ष में 1,000-1,200 रोजगार सृजित करने का लक्ष्य है।

नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई

मुख्यमंत्री ने नक्सलवाद के खिलाफ अपनी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराया। उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की नई राह खुल रही है, और 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने का लक्ष्य है। बस्तर और सरगुजा जैसे क्षेत्रों में कौशल विकास और स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है।

न्यूज़18 की भूमिका

न्यूज़18 मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ ने “राइजिंग छत्तीसगढ़” कॉन्क्लेव के माध्यम से नीतिगत विमर्श और परिवर्तन की प्रेरणा देने वाली चर्चाओं को प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता को सिद्ध किया। यह मंच शासन, सशक्तिकरण, और नवाचार पर सार्थक संवाद का प्रतीक बना, जिसने छत्तीसगढ़ की प्रगति को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उजागर किया।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

एक्स पर कई नेताओं और नागरिकों ने इस आयोजन की सराहना की। विधायक लखन लाल देवांगन ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में औद्योगिक विकास की दिशा में हो रहे कार्यों की प्रशंसा की, जबकि सांसद सुनील सोनी ने चित्रोत्पला फिल्म सिटी के लिए ₹147 करोड़ की मंजूरी को कला और संस्कृति के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया।

“राइजिंग छत्तीसगढ़” कॉन्क्लेव 2025 ने छत्तीसगढ़ के उज्ज्वल भविष्य की एक स्पष्ट तस्वीर प्रस्तुत की। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के दूरदर्शी नेतृत्व और सरकार की समावेशी नीतियों ने राज्य को विकास, सुशासन, और नवाचार के पथ पर अग्रसर किया है। यह आयोजन न केवल छत्तीसगढ़ की प्रगति को राष्ट्रीय मंच पर ले गया, बल्कि यह भी साबित किया कि साझा प्रयासों और दृढ़ संकल्प के साथ, छत्तीसगढ़ भारत के नए ग्रोथ इंजन के रूप में उभर रहा है।

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