जशपुर, 7 जुलाई 2025: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के पत्थलगांव से किलकिला शिव मंदिर तक जाने वाला मार्ग इन दिनों अपनी बदहाल स्थिति के कारण चर्चा में है। सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे और कीचड़ ने स्थानीय लोगों और शिवभक्तों के लिए आवागमन को दूष्कर बना दिया है। खासकर बीटीआई चौक से लेकर इंजको वन देवी मंदिर तक की सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि रोजाना हादसे हो रहे हैं। बाइक चालक और राहगीर गड्ढों में गिरकर घायल हो रहे हैं, वहीं स्कूली बच्चों के कपड़े कीचड़ से खराब हो रहे हैं। क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से इस सड़क के तत्काल पुनर्निर्माण की मांग की है, खासकर इसलिए क्योंकि सावन का पवित्र महीना नजदीक है, जब लाखों शिवभक्त भगवान भोलेनाथ के दर्शन और जलाभिषेक के लिए किलकिला शिव मंदिर पहुंचेंगे।
सड़क की बदहाली से बढ़ी परेशानी
लगातार हो रही भारी बारिश ने इस मार्ग की स्थिति को और दयनीय बना दिया है। सड़क पर गहरे गड्ढे और कीचड़ के कारण वाहनों का चलना मुश्किल हो गया है। ग्राम पंचायत इंजको निवासी जयप्रताप सिंह ने बताया, “यह सड़क अब चलने लायक नहीं रही। कुछ दिन पहले वे स्वयं सड़क पर बने गड्ढे में गिरे थे जिसके कारण उनके कंधे में फ्रैक्चर हो गया है। उन्होंने बताया कि बारिश में कीचड़ और धूप में धूल के कारण रोजाना परेशानी झेलनी पड़ रही है। बाइक चालक और पैदल यात्री अक्सर गड्ढों में गिरकर चोटिल हो रहे हैं।” स्कूल जाने वाले बच्चों को भी इस सड़क से गुजरने में खासी दिक्कत हो रही है। कई बच्चों के कपड़े कीचड़ से सनने के कारण अभिभावक परेशान हैं।
सावन में शिवभक्तों के लिए चुनौती
किलकिला शिव मंदिर जशपुर जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां सावन के महीने में दूर-दूर से श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक करने पहुंचते हैं। इस बार सावन का महीना कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है, लेकिन सड़क की जर्जर हालत के कारण शिवभक्तों को मंदिर तक पहुंचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। स्थानीय निवासी और वरिष्ठ वकील मोहन यादव ने कहा, “हर साल सावन में हम भोलेनाथ के दर्शन के लिए उत्साह के साथ मंदिर जाते हैं, लेकिन इस बार सड़क की हालत इतनी खराब है कि मंदिर तक पहुंचना जोखिम भरा हो गया है। प्रशासन को तुरंत इस सड़क की मरम्मत करानी चाहिए।”
हादसों का बढ़ता खतरा
सड़क की खस्ता हालत ने हादसों के खतरे को और बढ़ा दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गड्ढों और कीचड़ के कारण आए दिन वाहन फिसल रहे हैं। खासकर दोपहिया वाहन चालकों के लिए यह मार्ग बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। एक स्थानीय युवक मदन यादव ने बताया, “पिछले हफ्ते उनके घर के सामने ही एक बाइक सवार गड्ढे में गिरकर घायल हो गया। अगर सड़क की मरम्मत नहीं हुई तो बारिश के मौसम में स्थिति और बदतर हो जाएगी।”
क्षेत्रवासियों की मांग: तत्काल सड़क का पुनर्निर्माण
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि सावन महीना शुरु होने वाला है, अभी इस सड़क को चलने लायक बना दिया जाए और सावन का महीना समाप्त होने के बाद इसका पुनर्निर्माण किया जाए। उनका कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो बारिश में कीचड़ और धूप में धूल की समस्या और बढ़ेगी। सामाजिक कार्यकर्ता इंजको नवापारा निवासी हुरदानंद यादव ने कहा, “यह सड़क न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि धार्मिक और पर्यटन के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है। प्रशासन को इसकी मरम्मत के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए। अगर जरूरत पड़े तो हम लोग आंदोलन करने को भी तैयार हैं।”
प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
क्षेत्रवासियों का आरोप है कि इस सड़क की मरम्मत के लिए कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव भीम सिंह पिछले दिनों जशपुर दौरे पर थे जहां उन्होंने इस मामले पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें किलकिला शिव मंदिर तक जाने वाली खराब सड़क की जानकारी नहीं है, सड़क कब बना था वे उसकी जानकारी लेकर आगे की कार्यवाही करेंगे।
सावन से पहले कार्रवाई की जरूरत
सावन का महीना नजदीक आने के साथ ही किलकिला शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में सड़क की बदहाल स्थिति न केवल स्थानीय लोगों बल्कि बाहरी श्रद्धालुओं के लिए भी परेशानी का सबब बन सकती है। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि प्रशासन इस सड़क की मरम्मत के लिए तत्काल टेंडर प्रक्रिया शुरू करे और सड़क निर्माण का कार्य पूरा करे।
जशपुर के किलकिला शिव मंदिर मार्ग की जर्जर सड़क न केवल स्थानीय लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित कर रही है, बल्कि सावन में लाखों शिवभक्तों के लिए भी चुनौती बन सकती है। क्षेत्रवासियों की मांग है कि प्रशासन इस समस्या का तत्काल समाधान करे ताकि श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के दर्शन सुरक्षित और सुगमता से कर सकें। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मांग पर कितनी गंभीरता से कार्रवाई करता है।