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छत्तीसगढ़ ने स्वच्छता के राष्ट्रीय मंच पर लहराया परचम: बिल्हा देश का सबसे स्वच्छ शहर, बिलासपुर और कुम्हारी ने भी रचा इतिहास..

रायपुर, 18 जुलाई 2025: स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में छत्तीसगढ़ ने एक बार फिर अपनी स्वच्छता की चमक से पूरे देश में अपनी पहचान बनाई है। इस वर्ष के सर्वेक्षण में राज्य के सात नगरीय निकायों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार हासिल किए हैं। खास तौर पर, बिल्हा नगर पंचायत ने 20 हजार से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में देश का सबसे स्वच्छ शहर बनने का गौरव प्राप्त किया है। वहीं, बिलासपुर ने 3 से 10 लाख जनसंख्या वाले शहरों में दूसरा स्थान और कुम्हारी ने 20 से 50 हजार आबादी वाले शहरों में तीसरा स्थान हासिल किया है।

राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित, ऐतिहासिक समारोह

नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 17 जुलाई 2025 को आयोजित भव्य समारोह में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ के सात नगरीय निकायों को राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव, संबंधित नगरीय निकायों के महापौर, अध्यक्षों और अधिकारियों ने पुरस्कार ग्रहण किए। समारोह में केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल और केंद्रीय आवास और शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री तोखन साहू भी उपस्थित रहे।

राष्ट्रपति ने बिलासपुर नगर निगम, कुम्हारी नगर पालिका और बिल्हा नगर पंचायत को प्रेसिडेंट्स अवार्ड से नवाजा। इसके अतिरिक्त, रायपुर नगर निगम को राज्य स्तर पर स्वच्छता के उत्कृष्ट कार्यों के लिए मिनिस्ट्रियल अवार्ड प्रदान किया गया।

स्वच्छता सुपर लीग में छत्तीसगढ़ की धमक

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में इस बार एक नई श्रेणी ‘स्वच्छता सुपर लीग’ (एसएसएल) की शुरुआत की गई, जिसमें उन शहरों को शामिल किया गया है, जो पिछले तीन वर्षों में कम से कम एक बार शीर्ष तीन में रहे हों और वर्तमान वर्ष में शीर्ष 20 शहरों में शामिल हों। इस प्रतिष्ठित श्रेणी में छत्तीसगढ़ के तीन शहरों—अंबिकापुर, पाटन और विश्रामपुर—ने अपनी जगह बनाई है। अंबिकापुर ने 50 हजार से 3 लाख जनसंख्या वाली श्रेणी में, जबकि पाटन और विश्रामपुर ने 20 हजार से कम आबादी वाली श्रेणी में यह सम्मान हासिल किया।

रायपुर बना ‘प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर’

राजधानी रायपुर को स्वच्छता के क्षेत्र में राज्य स्तर पर उत्कृष्ट कार्यों के लिए ‘प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर’ का पुरस्कार मिला है। यह सम्मान रायपुर नगर निगम के निरंतर प्रयासों और नागरिकों की जागरूकता का परिणाम है।

मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने दी बधाई

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि पर सभी विजेता नगरीय निकायों को बधाई देते हुए कहा, “यह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का क्षण है। बिल्हा, बिलासपुर, कुम्हारी, अंबिकापुर, पाटन, विश्रामपुर और रायपुर ने स्वच्छता के क्षेत्र में जो उदाहरण प्रस्तुत किया है, वह अन्य शहरों के लिए प्रेरणा बनेगा। यह उपलब्धि नागरिकों, स्थानीय निकायों और प्रशासन के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है।”

उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने भी इस उपलब्धि को स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण और मुख्यमंत्री श्री साय के मार्गदर्शन का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “यह सम्मान उन लाखों सफाई मित्रों, स्वच्छता दीदियों और नागरिकों की जागरूकता का प्रतिफल है, जिन्होंने स्वच्छता को जन-आंदोलन बनाया। आने वाले समय में छत्तीसगढ़ के और भी नगरीय निकाय राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता के लिए सम्मानित होंगे।

स्वच्छता के प्रति छत्तीसगढ़ का समर्पण

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में छत्तीसगढ़ के सात शहरों—बिल्हा, बिलासपुर, कुम्हारी, रायपुर, अंबिकापुर, पाटन और विश्रामपुर—ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। यह उपलब्धि न केवल इन शहरों की स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि राज्य सरकार, नगरीय प्रशासन और नागरिकों के सामूहिक प्रयासों को भी रेखांकित करती है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि शहरी सरकारों से लेकर राज्य और केंद्र सरकार तक, सभी मिलकर शहरों को स्वच्छ, सुंदर और सुविधासंपन्न बनाने के लिए नवाचारों के साथ निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि यह सफलता अन्य नगरीय निकायों को भी प्रेरित करेगी और छत्तीसगढ़ स्वच्छता के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनेगा।

स्वच्छ भारत मिशन का प्रभाव

यह उपलब्धि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन की प्रेरणा और छत्तीसगढ़ सरकार के कुशल नेतृत्व का परिणाम है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 ने न केवल स्वच्छता के मानकों को बढ़ावा दिया है, बल्कि नागरिकों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता को भी मजबूत किया है। बिल्हा, बिलासपुर और कुम्हारी जैसे शहरों ने स्वच्छता को जन-आंदोलन में बदलकर एक मिसाल कायम की है।

उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि यह पुरस्कार छत्तीसगढ़ के लिए केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि स्वच्छता के प्रति निरंतर प्रयासों का प्रमाण है। उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार अन्य नगरीय निकायों को भी स्वच्छता के लिए प्रेरित करने और राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। छत्तीसगढ़ के इन सात नगरीय निकायों की उपलब्धि ने न केवल राज्य का मान बढ़ाया है, बल्कि पूरे देश में स्वच्छता के प्रति एक नया उत्साह जगाया है। यह सफलता निश्चित रूप से अन्य शहरों को स्वच्छता के लिए प्रेरित करेगी और छत्तीसगढ़ को स्वच्छ भारत मिशन का एक मजबूत स्तंभ बनाएगी।

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