मुख्यमंत्री के निर्देशों का हो रहा सार्थक पहल: जिले के 4315 आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण माह अभियान जोरों पर
जशपुरनगर, 09 सितम्बर 2024
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में व्यापक स्तर पर पोषण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जशपुर जिले के लगभग 4315 आंगनबाड़ी केंद्रों में “राष्ट्रीय पोषण माह 2024” मनाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बच्चों और गर्भवती महिलाओं में पोषण संबंधी जागरूकता बढ़ाना है। यह अभियान 1 सितंबर से 30 सितंबर 2024 तक चलेगा, जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा कई महत्वपूर्ण गतिविधियां और कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
मुख्य उद्देश्य और गतिविधियां
राज्य में चल रहे इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बाल विकास, पोषण सुधार और समुदाय को स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूक करना है। अभियान के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पालकों को पोषण और स्वस्थ आहार के महत्त्व के बारे में जागरूक कर रहे हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों का नियमित रूप से वजन लिया जा रहा है और पालकों को बच्चों के भोजन में हरी सब्जियों और पौष्टिक आहार शामिल करने की सलाह दी जा रही है।
कार्यक्रम में पालकों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए विशेष रूप से व्यंजन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पौष्टिक व्यंजनों की जानकारी दी जाती है। इसके माध्यम से पालकों को यह समझाया जा रहा है कि बच्चों को किस प्रकार से पोषणयुक्त भोजन दिया जा सकता है, जो उनकी शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक हो।
बच्चों के बौद्धिक विकास पर जोर
पोषण अभियान के तहत न केवल शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जा रहा है, बल्कि बच्चों के बौद्धिक विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को विभिन्न प्रकार की शैक्षिक और मनोरंजक गतिविधियों में शामिल किया जा रहा है, जिससे उनका मानसिक विकास हो सके। खेल, चित्रकला प्रतियोगिताएं और समूह गतिविधियां इन केंद्रों में नियमित रूप से आयोजित की जा रही हैं, ताकि बच्चों में रचनात्मकता और संज्ञानात्मक कौशल का विकास हो सके।
पोषण अभियान की महत्ता
“राष्ट्रीय पोषण माह 2024” के आयोजन के तहत, आंगनबाड़ी केंद्रों में चल रही गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य समाज में व्यापक रूप से स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता के प्रति व्यवहार परिवर्तन लाना है। यह कार्यक्रम भारत सरकार की “सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 योजना” के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है, जो जनसमुदाय तक स्वास्थ्य और पोषण संबंधी जागरूकता फैलाने के लिए एक जन आंदोलन के रूप में विकसित हो रहा है।
राज्य में पोषण अभियान को सफल बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की भी भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पंचायत, स्वास्थ्य कर्मी और स्वयंसेवी संगठन भी इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं, ताकि समाज के सभी वर्गों तक इसका संदेश पहुंचे।
जनसमुदाय की भागीदारी
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेशवासियों से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी की अपील की है। उन्होंने कहा है कि पोषण से संबंधित जानकारी और संसाधन का लाभ केवल आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे जन-जन तक पहुंचाना आवश्यक है। इसके लिए स्थानीय स्तर पर पंचायतों, स्व-सहायता समूहों और स्कूलों को भी इस अभियान से जोड़ा जा रहा है।
पोषण अभियान का उद्देश्य सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य सुधारना नहीं है, बल्कि समाज में एक स्थायी और सकारात्मक बदलाव लाना है, ताकि प्रत्येक बच्चा स्वस्थ, तंदुरुस्त और ज्ञानसम्पन्न बन सके।