जशपुर पुलिस की अनूठी पहल: साइबर योद्धा बनकर साइबर अपराधों पर लगाएंगे लगाम
जशपुर, छत्तीसगढ़: डिजिटल युग में जहां एक ओर तकनीक ने जीवन को सुगम बनाया है, वहीं साइबर अपराधों की बढ़ती संख्या ने आम लोगों के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। साइबर ठगों ने ठगी का ऐसा जाल बिछाया है कि हर दिन हजारों लोग उनके शिकार बन रहे हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ की जशपुर पुलिस ने एक अनूठी पहल शुरू की है। जशपुर पुलिस ने जिला प्रशासन, यूनिसेफ, और स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से 228 “साइबर योद्धा” तैयार किए हैं, जो गांव-गांव जाकर लोगों को साइबर ठगी के खतरों से जागरूक करेंगे और बचाव के उपाय सिखाएंगे।
साइबर योद्धा: जागरूकता का नया चेहरा
जशपुर पुलिस ने साइबर अपराधों के खिलाफ एक विशेष मॉड्यूल तैयार किया है, जिसके तहत 228 साइबर योद्धाओं को प्रशिक्षित किया गया है। दिल्ली से आए मास्टर ट्रेनरों ने इन स्वयंसेवकों के साथ-साथ 100 से अधिक पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण में साइबर ठगों के तौर-तरीकों, जैसे फर्जी कॉल, डिजिटल अरेस्ट, फिशिंग, और फर्जी ऐप्स के जरिए ठगी, के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही, इन खतरों से बचने के उपाय, जैसे सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार, पासवर्ड सुरक्षा, और संदिग्ध लिंक से बचाव, भी सिखाए गए।
प्रशिक्षण में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के छात्र-छात्राओं ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। अब ये साइबर योद्धा और प्रशिक्षित पुलिसकर्मी जशपुर जिले के गांवों, स्कूलों, कॉलेजों, और भीड़भाड़ वाले इलाकों में जागरूकता अभियान चलाएंगे। इस अभियान के तहत लोगों को साइबर फ्रॉड के प्रकार, जैसे ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी, फर्जी निवेश योजनाएं, और डिजिटल अरेस्ट, के बारे में बताया जाएगा।
पहले चरण में 40 ग्राम पंचायतें लक्षित
इस पहल के पहले चरण में जशपुर जिले की 40 पिछड़ी ग्राम पंचायतों को चुना गया है, जहां साइबर योद्धा जाकर लोगों को जागरूक करेंगे। इन क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता का स्तर अपेक्षाकृत कम है, जिसके कारण लोग साइबर ठगों का आसान शिकार बन जाते हैं। साइबर योद्धा इन गांवों में नुक्कड़ नाटक, पोस्टर, और सामुदायिक बैठकों के माध्यम से लोगों को साइबर सुरक्षा के प्रति शिक्षित करेंगे।
जशपुर के पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शशि मोहन सिंह ने इस पहल को साइबर अपराधों के खिलाफ एक मजबूत कदम बताया। उन्होंने कहा, “साइबर फ्रॉड आज पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। हमारी यह पहल न केवल अपराधों पर अंकुश लगाएगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।”
सम्मान समारोह: साइबर योद्धाओं का उत्साहवर्धन

प्रशिक्षण पूरा करने के बाद सभी 228 साइबर योद्धाओं को एसएसपी शशि मोहन सिंह ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस सम्मान समारोह में यूनिसेफ के वालेंटियर्स, मास्टर ट्रेनरों, और पुलिसकर्मियों ने भी हिस्सा लिया। साइबर योद्धाओं ने इस अवसर पर अपने अनुभव साझा किए और बताया कि वे इस जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा के साथ निभाएंगे।
एक साइबर योद्धा ने कहा, “हमें प्रशिक्षण में साइबर ठगों के नए-नए तरीकों के बारे में पता चला। अब हम अपने गांव के लोगों को इन खतरों से बचाने के लिए तैयार हैं।” वहीं, एक मास्टर ट्रेनर ने बताया कि यह पहल इसलिए अनूठी है क्योंकि इसमें युवाओं और पुलिस को एक साथ जोड़ा गया है, जो जागरूकता अभियान को और प्रभावी बनाएगा।
यूनिसेफ और स्वयंसेवी संस्थाओं का योगदान
इस पहल में यूनिसेफ और स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यूनिसेफ के एक वालेंटियर ने बताया, “हमारा उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना है। साइबर योद्धा इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।” स्वयंसेवी संस्थाओं ने जागरूकता सामग्री, जैसे पोस्टर, बैनर, और लघु फिल्में, उपलब्ध कराने में सहयोग किया है।
साइबर अपराधों पर लगाम की उम्मीद
जशपुर पुलिस की यह पहल न केवल साइबर अपराधों के खिलाफ एक ठोस कदम है, बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल जागरूकता फैलाने का भी एक अनूठा प्रयास है। साइबर योद्धाओं के इस अभियान से लोगों को न केवल साइबर ठगी से बचने में मदद मिलेगी, बल्कि वे डिजिटल दुनिया में सुरक्षित और जिम्मेदार व्यवहार भी सीख सकेंगे। एसएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि जशपुर जिला साइबर अपराधों से मुक्त हो। इसके लिए हम न केवल जागरूकता फैलाएंगे, बल्कि साइबर ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी करेंगे।”
छत्तीसगढ़ में साइबर अपराधों का परिदृश्य
हाल के वर्षों में छत्तीसगढ़ में साइबर अपराधों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। रायपुर रेंज में हाल ही में शुरू किए गए *ऑपरेशन साइबर शील्ड* के तहत 62 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें तीन नाइजीरियाई नागरिक भी शामिल थे। इस ऑपरेशन में 84 करोड़ रुपये की ठगी का भंडाफोड़ किया गया। जशपुर पुलिस की साइबर योद्धा पहल इस दिशा में एक नया कदम है, जो निवारक उपायों पर केंद्रित है।
जशपुर पुलिस की साइबर योद्धा पहल एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कैसे सामुदायिक भागीदारी और प्रशिक्षण के माध्यम से साइबर अपराधों जैसी आधुनिक चुनौतियों से निपटा जा सकता है। यह पहल न केवल जशपुर जिले के लिए, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और देश के अन्य हिस्सों के लिए भी एक मॉडल बन सकती है। उम्मीद है कि साइबर योद्धाओं के प्रयासों से लोग साइबर ठगी से बच सकेंगे और डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रह सकेंगे।
साइबर अपराध शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर: 1930