रायपुर, 13 मई 2025: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में आयोजित ‘मोर आवास मोर अधिकार’ कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाली स्व-सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इन दीदियों को प्रशस्ति-पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनके योगदान को सराहा। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने घोषणा की कि छत्तीसगढ़ में 4 लाख से अधिक महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जो ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
महिलाओं के उत्कृष्ट कार्यों को सम्मान
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। इनमें शामिल हैं:
1. श्रीमती बालेश्वरी यादव (बीसी सखी, लोसंगी, लखनपुर): सरगुजा जिले की ग्राम पंचायत लोसंगी की श्रीमती बालेश्वरी ने पांच ग्राम पंचायतों में जरूरतमंद हितग्राहियों को स्थानीय स्तर पर बैंकिंग सुविधाएं प्रदान कीं। उन्होंने अब तक 11.24 करोड़ रुपये के वित्तीय लेनदेन को सफलतापूर्वक संचालित किया, जिसके लिए उन्हें सम्मानित किया गया।
2. श्रीमती अम्बे दास (जेंडर रिसोर्स पर्सन, केवरी): ग्राम पंचायत केवरी की श्रीमती अम्बे ने महिला संगठन के माध्यम से घरेलू हिंसा के 37 प्रकरणों का समाधान किया और मानव तस्करी की शिकार 3 युवतियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की। उनके सामाजिक योगदान को विशेष रूप से सराहा गया।
3. श्रीमती निर्मला एक्का (संजीवनी स्व-सहायता समूह, मेंड्राकला): अंबिकापुर के ग्राम मेंड्राकला की श्रीमती निर्मला ने स्व-सहायता समूह से ऋण लेकर सेंट्रिंग प्लेट और मिक्सर व्यवसाय शुरू किया। वे वर्तमान में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 10 घरों को सेंट्रिंग सामग्री उपलब्ध करा रही हैं। उनकी वार्षिक आय 1 लाख रुपये से अधिक होने के कारण उन्हें ‘लखपति दीदी’ के रूप में सम्मानित किया गया।
4. श्रीमती बबिता यादव (चंदा स्व-सहायता समूह, मेंड्राकला): श्रीमती बबिता ने समूह से ऋण लेकर सीमेंट और गिट्टी का व्यवसाय शुरू किया। वे पंचायत और आसपास के क्षेत्रों में भवन निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। समयबद्ध ऋण चुकौती और आत्मनिर्भरता के लिए उन्हें सम्मानित किया गया।
5. श्रीमती चांदनी सिंह (राधा महिला स्व-सहायता समूह, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर): श्रीमती चांदनी ने बैंक लिंकेज और सामुदायिक निवेश निधि के माध्यम से मुर्गी पालन और सब्जी उत्पादन शुरू किया। इससे उन्होंने 2.5 लाख रुपये की वार्षिक आय अर्जित की, जिसके लिए उन्हें सम्मानित किया गया।
लखपति दीदी योजना: ग्रामीण महिलाओं का सशक्तिकरण
‘लखपति दीदी’ योजना दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत ऐसी महिलाएं, जो कम से कम 1 लाख रुपये की वार्षिक आय अर्जित करती हैं, ‘लखपति दीदी’ कहलाती हैं। केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “छत्तीसगढ़ में 4 लाख से अधिक दीदियों को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है। यह न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा देगा।”
हितग्राहीमूलक सामग्री का वितरण
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को सामग्री वितरित की। शाकम्भरी योजना के तहत ग्राम कोटिया (अंबिकापुर) के कृषक श्री बृज कुमार और श्री मोहरलाल सिंह को 2 एच.पी. के पंप प्रदान किए गए। यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि और आजीविका को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम में शामिल गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, छत्तीसगढ़ सरकार के वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, राज्यसभा सांसद, लोकसभा सांसद, विधायकगण, निगम-मंडल अध्यक्षगण और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) का योगदान
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) ग्रामीण महिलाओं को स्व-सहायता समूहों के माध्यम से आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह मिशन महिलाओं को ऋण, प्रशिक्षण, और बाजार तक पहुंच प्रदान करता है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। मिशन के तहत विभिन्न गतिविधियों जैसे मुर्गी पालन, सब्जी उत्पादन, सिलाई, और निर्माण सामग्री व्यवसाय को बढ़ावा दिया जा रहा है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भूमिका
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा, “हमारी दीदियां न केवल अपने परिवारों को आर्थिक रूप से मजबूत कर रही हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव का माध्यम भी बन रही हैं।”
‘लखपति दीदी’ योजना और बिहान मिशन के तहत छत्तीसगढ़ सरकार ग्रामीण महिलाओं को और अधिक अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता, और सामुदायिक सहयोग के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि ग्रामीण महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनें, बल्कि अपने समुदायों में प्रेरणा का स्रोत भी बनें।