रायपुर, 15 मई 2025: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर के पुलिस ग्राउंड हेलीपेड से हेलीकॉप्टर के माध्यम से ‘सुशासन तिहार 2025’ के तहत अपने आकस्मिक दौरे की शुरुआत की। इस महत्वपूर्ण अभियान के तहत मुख्यमंत्री राज्य के विभिन्न जिलों और ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर जनता से सीधा संवाद करेंगे, उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करेंगे और शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत का जायजा लेंगे। उनके साथ मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक श्री अरुण देव गौतम भी इस दौरे पर रवाना हुए।
सुशासन तिहार: जनता के बीच सरकार
‘सुशासन तिहार’ छत्तीसगढ़ सरकार की एक अभिनव पहल है, जिसका उद्देश्य प्रशासन को जनता के और करीब लाना, उनकी शिकायतों का त्वरित निराकरण करना और सुशासन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को मजबूत करना है। इस अभियान के तीसरे चरण में मुख्यमंत्री श्री साय स्वयं गांव-गांव पहुंचकर जनता से मुलाकात कर रहे हैं। इस दौरान वे समाधान शिविरों में लोगों की समस्याएं सुनते हैं और मौके पर ही अधिकारियों को उनके निराकरण के निर्देश देते हैं।
आकस्मिक दौरे: कहीं भी उतर सकता है हेलीकॉप्टर
मुख्यमंत्री के इस दौरे की खास बात यह है कि उनका हेलीकॉप्टर किसी भी जिले या गांव में बिना पूर्व सूचना के उतर सकता है। यह रणनीति न केवल स्थानीय प्रशासन को चौकन्ना रखती है, बल्कि जनता को भी अपनी समस्याएं सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का अवसर प्रदान करती है। इस तरह के आकस्मिक दौरे सुशासन तिहार के तीसरे चरण का हिस्सा हैं, जो 31 मई तक जारी रहेंगे।
पिछले दौरों में मुख्यमंत्री ने सक्ती जिले के बंदोरा गांव, करीगांव, और मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के माथमौर गांव जैसे सुदूर क्षेत्रों में अचानक पहुंचकर ग्रामीणों से मुलाकात की थी। इन दौरों में उन्होंने पीपल के पेड़ के नीचे चौपाल लगाई, खाट पर बैठकर ग्रामीणों से बात की और उनकी समस्याओं का मौके पर समाधान करवाया।
योजनाओं की जमीनी हकीकत और जनसंवाद
मुख्यमंत्री श्री साय इस दौरे के दौरान शासकीय योजनाओं जैसे महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, और राशन वितरण व्यवस्था की जमीनी स्थिति का आकलन करेंगे। उन्होंने पहले के दौरों में ग्रामीणों से इन योजनाओं के लाभ, जैसे महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को मिलने वाली 1000 रुपये की मासिक सहायता, के बारे में फीडबैक लिया था। इसके अलावा, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि पात्र परिवारों को योजनाओं का लाभ समय पर सुनिश्चित किया जाए।
इस बार के दौरे में भी मुख्यमंत्री का फोकस ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं, जैसे पेयजल, बिजली, सड़क, और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को बेहतर करने पर रहेगा। सूरजपुर जिले की हालिया समीक्षा बैठक में उन्होंने हैंडपंपों की मरम्मत और राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण के लिए अधिकारियों को 10 दिनों का समय दिया था।
प्रशासनिक कसावट और जवाबदेही
मुख्यमंत्री के इन आकस्मिक दौरों का एक प्रमुख उद्देश्य प्रशासनिक व्यवस्था में कसावट लाना है। उनके साथ मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, और पुलिस महानिदेशक की मौजूदगी यह दर्शाती है कि सरकार शीर्ष स्तर पर इस अभियान की निगरानी कर रही है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि जनहित के कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जनता का उत्साह और स्वागत
पिछले दौरों में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के आगमन पर उत्साह और आत्मीयता के साथ उनका स्वागत किया था। माथमौर गांव में ग्रामीणों ने पेड़ों से फूल तोड़कर गुलदस्ता बनाया और जिंदाबाद के नारे लगाए। इसी तरह, बलौदाबाजार जिले के बल्दाकछार में कमार बस्ती के लोगों ने मुख्यमंत्री को बांस से बने सामान भेंट किए, जिन्हें उन्होंने खरीदकर स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहित किया।
चुनौतियां और समाधान
हालांकि, इस अभियान के दौरान कुछ चुनौतियां भी सामने आई हैं। 5 मई को मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी के कारण दूसरा हेलीकॉप्टर मंगवाना पड़ा था। इसके बावजूद, मुख्यमंत्री ने अपने दौरे को निर्बाध रूप से जारी रखा और जनता से जुड़ने का अपना संकल्प दोहराया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का सुशासन तिहार के तहत यह दौरा छत्तीसगढ़ में जन-केंद्रित प्रशासन को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके आकस्मिक दौरे और जनसंवाद न केवल जनता का विश्वास जीत रहे हैं, बल्कि प्रशासन को और अधिक जवाबदेह और पारदर्शी बना रहे हैं। इस अभियान के तहत सरकार का लक्ष्य हर नागरिक की आवाज सुनना और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करना है, जो छत्तीसगढ़ को सुशासन के एक नए युग की ओर ले जा रहा है।