जशपुरनगर, 21 मई 2025: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के कांसाबेल विकास खंड अंतर्गत ग्राम दोकड़ा में स्थित प्राचीन श्री जगन्नाथ मंदिर के जीर्णोद्धार के बाद प्राण प्रतिष्ठा समारोह का शुभारंभ आज 21 मई 2025 को भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने दोकड़ा गांव की सैकड़ों महिलाओं के साथ मिलकर मैनी नदी बगिया से मंदिर प्रांगण तक कलश यात्रा में हिस्सा लिया। इस शोभा यात्रा में हजारों श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे पूरा क्षेत्र भक्ति और उल्लास के रंग में डूब गया।
कलश यात्रा: भक्ति और उत्साह का संगम
21 मई को दोपहर 2 बजे से शुरू हुई कलश यात्रा मैनी नदी बगिया से प्रारंभ होकर मंदिर प्रांगण तक पहुंची। इस दौरान महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सजी-धजी, सिर पर कलश धारण किए हुए भक्ति भाव से जयकारे लगाती हुईं आगे बढ़ीं। यात्रा में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री शौर्य प्रताप सिंह जुदेव सहित कई गणमान्य नागरिक और स्थानीय लोग उपस्थित रहे। गाजे-बाजे, शंखनाद और भक्ति भजनों के साथ यात्रा ने पूरे क्षेत्र को आध्यात्मिक माहौल से सराबोर कर दिया।
सात दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह
श्री जगन्नाथ मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन 21 से 27 मई 2025 तक सात दिनों तक चलेगा। इस दौरान विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आयोजन समिति ने बताया कि ओडिशा के पुरी से आए आचार्यों का समूह, जिसमें पंडित पद्मनाभो महापात्र, पंडित वासुदेव महापात्र, पंडित प्रशांत कुमार दास, पंडित जगन्नाथ मिश्र, पंडित शोभनाथ मिश्र और पंडित बादल कुमार मिश्र शामिल हैं, वैदिक रीति-रिवाजों के साथ प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया को संपन्न कराएंगे।
कार्यक्रमों का विवरण
– 21 मई 2025: बीजारोपण, पार्श्व विग्रह, गर्भधान कर्म के साथ कलश यात्रा के माध्यम से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का शुभारंभ।
– 22 मई 2025: सुबह 7 बजे से सूर्य पूजन, गौ पूजन, मंदिर प्रवेश, वष्टमवागिनी संस्कार, मंडल पूजा, पार्श्व विग्रह और नेत्र उनमीलन।
– 23 मई 2025: सूर्य पूजा, गौ पूजा, मंडल पूजा, शिखर कलश और नील चक्र स्थापना, महा स्नान, यज्ञ और अधिवास।
– 24 मई 2025: सूर्य पूजा, गौ पूजा, मंडल पूजा और यज्ञ हवन।
– 25 मई 2025: श्री जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र जी का मंदिर में प्रवेश, प्राण प्रतिष्ठा, सोलह पूजा, बीज मंत्र, आरती, अग्नि अभिषेक, पूर्णाहुति, छाया प्रति दर्शन, पुष्पांजलि और प्रसाद वितरण।
– 26 मई 2025: अष्ट प्रहरी हरि कीर्तन और नाम उच्चारण।
– 27 मई 2025: सुबह 8 बजे पूर्णाहुति, दधीभंजन और नगर भ्रमण। इस दिन ओडिशा की कीर्तन मंडली द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी, जिसके बाद महाप्रसाद वितरण के साथ समारोह का समापन होगा।
विशाल मीना बाजार और सांस्कृतिक कार्यक्रम
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साथ-साथ 21 से 27 मई तक प्रतिदिन विशाल मीना बाजार का आयोजन भी किया जाएगा। यह बाजार स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करने का एक शानदार मंच होगा। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक रात्रि को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिसमें मुंबई की भजन संध्या की प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केंद्र होगी। ये आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि सामुदायिक एकता और सांस्कृतिक उत्सव को भी बढ़ावा देंगे।
मुख्यमंत्री की विशेष श्रद्धा
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय इस प्राचीन मंदिर के प्रति विशेष श्रद्धा रखते हैं। उनके मार्गदर्शन में ही मंदिर का जीर्णोद्धार और यह भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया जा रहा है। मंदिर के पुजारी पंडित कुमोद चंद्र सतपती ने बताया कि दोकड़ा में भगवान श्री जगन्नाथ की पूजा की परंपरा पिछले आठ दशकों से चली आ रही है। इस समारोह ने इस परंपरा को और भी भव्यता प्रदान की है।
स्थानीय लोगों का रहा विषेश योगदान
आयोजन समिति के स्वयंसेवक और स्थानीय निवासी इस समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए दिन-रात प्रयासरत हैं। ग्राम दोकड़ा के लोगों ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। समुदाय की एकजुटता और उत्साह इस समारोह की सबसे बड़ी ताकत है।
श्री जगन्नाथ मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक है। भव्य कलश यात्रा, वैदिक अनुष्ठान, मीना बाजार और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ यह आयोजन जशपुरनगर के इतिहास में एक सुनहरा अध्याय जोड़ेगा। यह समारोह श्रद्धालुओं को भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के प्रति अपनी आस्था को और गहरा करने का अवसर प्रदान करेगा।