जशपुरनगर, 30 मई 2025: अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अंतर्गत जशपुर जिले में सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को माइक्रो एटीएम की सुविधा से अवगत कराने के लिए एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम 27 से 29 मई 2025 तक जिले की 24 सहकारी समितियों के अधीन 72 ग्राम पंचायत मुख्यालयों में आयोजित हुआ। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में नकद आहरण की सुविधा को बढ़ावा देना और किसानों को सहकारी समितियों के माइक्रो एटीएम के लाभों से जोड़ना था।
माइक्रो एटीएम: ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में कदम
जशपुर जिले में आयोजित इस जागरूकता कार्यक्रम के तहत किसानों को सहकारी समितियों में उपलब्ध माइक्रो एटीएम के माध्यम से 10,000 रुपये तक नकद आहरण की सुविधा के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान कई किसानों ने माइक्रो एटीएम के माध्यम से नकद आहरण भी किया, जिससे उनकी सुविधा और सहकारी समितियों के प्रति विश्वास में वृद्धि हुई। इस सुविधा के जरिए किसानों को अब बैंकों की लंबी कतारों और दूर-दराज के एटीएम तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे उनका समय और संसाधन दोनों की बचत होगी।
सहकारी समितियों की भूमिका
जिले की 24 सहकारी समितियों ने इस कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी निभाई। प्रत्येक समिति ने अपने क्षेत्र की तीन-तीन ग्राम पंचायतों को शामिल करते हुए कुल 72 ग्राम पंचायतों में यह जागरूकता अभियान चलाया। सहकारी समितियों के प्रबंधकों ने किसानों को माइक्रो एटीएम के उपयोग, इसकी कार्यप्रणाली, और इसके लाभों के बारे में बताया। कार्यक्रम में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक (अपेक्स बैंक) के पर्यवेक्षकों, सहकारिता विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया, जिससे इस अभियान को और मजबूती मिली।
किसानों में उत्साह, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा बल
माइक्रो एटीएम की सुविधा से नकद आहरण की प्रक्रिया को आसान और सुलभ बनाने से जशपुर जिले के किसानों में उत्साह का माहौल है। यह सुविधा न केवल समय की बचत करेगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। किसानों का कहना है कि सहकारी समितियों में माइक्रो एटीएम की उपलब्धता से उनकी वित्तीय जरूरतें अब आसानी से पूरी हो सकेंगी।
अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 की थीम के अनुरूप पहल
अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के कैलेंडर के तहत यह कार्यक्रम सहकारिता के मूल्यों को बढ़ावा देने और ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सहकारी समितियों के माध्यम से माइक्रो एटीएम जैसी आधुनिक तकनीक को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने से न केवल वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि सहकारिता क्षेत्र की प्रासंगिकता भी और मजबूत होगी।
भविष्य की योजनाएं
सहकारिता विभाग और अपेक्स बैंक के अधिकारियों ने बताया कि भविष्य में इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों को और व्यापक स्तर पर आयोजित किया जाएगा। साथ ही, माइक्रो एटीएम की सुविधा को और अधिक ग्राम पंचायतों तक विस्तारित करने की योजना है, ताकि जिले के हर किसान और ग्रामीण इस सुविधा का लाभ उठा सके।
जशपुर जिले में अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के तहत आयोजित यह जागरूकता कार्यक्रम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है। माइक्रो एटीएम की सुविधा से न केवल किसानों को वित्तीय लेनदेन में आसानी होगी, बल्कि यह सहकारी समितियों के प्रति उनके विश्वास को और मजबूत करेगा। इस पहल के लिए जिला प्रशासन, सहकारिता विभाग और अपेक्स बैंक की सराहना की जा रही है।