जशपुर, 5 जून 2025 (मंथन छत्तीसगढ़): जशपुर जिले के कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने बुधवार को बगीचा विकासखंड के दूरस्थ अंचल पंडरापाठ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की समीक्षा बैठक ली, जिसमें संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, आयुष्मान कार्ड, और टीबी मुक्त अभियान की प्रगति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने स्वास्थ्य सुविधाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त न करने की कड़ी हिदायत दी और स्वास्थ्य कर्मचारियों को अपने मुख्यालय में रहकर मरीजों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा और कड़े निर्देश
समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से संस्थागत प्रसव की प्रगति पर ध्यान केंद्रित किया और उन स्वास्थ्य केंद्रों पर नाराजगी जताई, जहां मासिक आधार पर एक भी प्रसव नहीं हुआ। कलेक्टर ने सुलेशा गायमुड़ा, कामारिमा, सरदापाठ, रौनी, देवड़ाड, और भडियां के एएनएम को कम संस्थागत प्रसव के लिए फटकार लगाई और गर्भवती माताओं का शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन स्वास्थ्य केंद्रों में कार्य संतोषजनक नहीं है, वहां के कर्मचारियों को उन क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाएगा, जहां विशेष आवश्यकता है।
कलेक्टर ने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (सीएचवो) और ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (आरएचवो) को अपने मुख्यालय में अनिवार्य रूप से रहने और मरीजों को त्वरित व गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने का आदेश दिया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के सभी पैरामीटरों का दैनिक आधार पर ऑनलाइन डेटा प्रविष्टि करने और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए कहा।
आयुष्मान कार्ड और टीबी मुक्त अभियान पर जोर
कलेक्टर ने “हर घर हर हाथ आयुष्मान कार्ड” अभियान के तहत शत-प्रतिशत कार्ड निर्माण के निर्देश दिए, ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति इस योजना से वंचित न रहे। साथ ही, टीबी मुक्त अभियान के तहत चिह्नित मरीजों की ट्रू-नाट जांच को प्राथमिकता देने और समयबद्ध तरीके से कार्य करने का आदेश दिया।
गर्भवती महिलाओं और टीकाकरण पर विशेष ध्यान
समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने गर्भवती माताओं के प्रथम पंजीयन और संस्थागत प्रसव की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की विशेष देखभाल और उनकी लाइन लिस्ट तैयार करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, सभी गर्भवती महिलाओं का संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने और घरेलू प्रसव होने पर कारण सहित विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करने को कहा। मितानिनों के माध्यम से घरेलू प्रसव की जानकारी एकत्र करने के भी निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने गर्भवती माताओं और बच्चों के टीकाकरण में शत-प्रतिशत यू-विन पोर्टल पर डेटा प्रविष्टि और आरसीएच रजिस्टर व पोर्टल में कार्यानुसार शत-प्रतिशत एंट्री सुनिश्चित करने की हिदायत दी।
स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण और सुधार के निर्देश
समीक्षा बैठक के पश्चात कलेक्टर ने पीएचसी पंडरापाठ का निरीक्षण किया। उन्होंने दवा वितरण कक्ष, लैब, और मरीज वार्ड का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान बायोकेमिस्ट्री मशीन में खराबी पाए जाने पर तत्काल सुधार के निर्देश दिए। साथ ही, मरीजों के लिए किए जा रहे विभिन्न टेस्ट की जानकारी ली और स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने पर जोर दिया।
एम्बुलेंस सेवाओं में सुधार के निर्देश
कलेक्टर ने रात्रि पाली में मरीजों के लिए तत्काल एम्बुलेंस (108 और 102) उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। विशेष रूप से सन्ना क्षेत्र में 102 एम्बुलेंस में केवल एक ड्राइवर होने की समस्या पर ध्यान देते हुए, संबंधित कंपनी को तत्काल दो ड्राइवर नियुक्त करने का आदेश दिया।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
इस अवसर पर बगीचा एसडीएम ऋतुराज बिसेन, जनपद सीईओ कमल कांत श्रीवास, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग संजय सिंह, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जी.एस. जात्रा, और अन्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर की चेतावनी: लापरवाही बर्दाश्त नहीं
कलेक्टर रोहित व्यास ने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सुविधाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में लोगों तक बेहतर चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाना है, और इसके लिए सभी कर्मचारियों को पूरी जिम्मेदारी और निष्ठा के साथ कार्य करना होगा। जशपुर जिला प्रशासन के इस प्रयास से पंडरापाठ जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीद है, जिससे स्थानीय लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त हो सकें।