जशपुरनगर, 05 जून 2025: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और हरियाली को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस कड़ी में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी एवं समाजसेविका श्रीमती कौशल्या साय ने एक प्रेरणादायक पहल करते हुए अपने निवास परिसर की बगिया में फलदार पौधों का रोपण किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का मजबूत संदेश दिया और समाज को प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित किया।
“एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत ऐतिहासिक पहल
पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान श्रीमती कौशल्या साय ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, “विश्व पर्यावरण दिवस हमें यह याद दिलाता है कि प्रकृति और पर्यावरण की सुरक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह हम सभी का सामूहिक दायित्व है। विशेष अभियान ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत पौधारोपण कर हम पर्यावरण संरक्षण के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठा रहे हैं।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति अपने आसपास एक-एक पौधा लगाए और उसकी देखभाल करे, तो हम आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, स्वस्थ और सुरक्षित पर्यावरण सुनिश्चित कर सकते हैं।
फलदार पौधों का महत्व
श्रीमती साय ने फलदार पौधों का चयन विशेष रूप से इसलिए किया, क्योंकि ये पौधे न केवल पर्यावरण को शुद्ध करते हैं, बल्कि पोषणयुक्त फल भी प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि फलदार वृक्ष वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के साथ-साथ लोगों को स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराते हैं। यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक कदम है, बल्कि सामुदायिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का भी एक प्रयास है।
महिलाओं और बच्चों से विशेष अपील
कार्यक्रम के दौरान श्रीमती कौशल्या साय ने विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों से अपील की कि वे अपने घरों, आंगनों और आसपास के क्षेत्रों में अधिक से अधिक पौधे लगाएं और उनकी देखभाल करें। उन्होंने कहा, “पौधे हमारी धरती का आधार हैं। इन्हें लगाना और इनका पालन-पोषण करना हमारी भावी पीढ़ियों के लिए एक अमूल्य उपहार है।” उनकी यह अपील उपस्थित लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में प्रभावी रही।
स्थानीय समुदाय की भागीदारी
इस पौधरोपण कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि श्री अटल बिहारी साय सहित कई महिलाओं का समूह और स्थानीय नागरिक शामिल हुए। सभी ने एकजुट होकर इस पहल का समर्थन किया और पर्यावरण संरक्षण के लिए अपने योगदान का संकल्प लिया। श्रीमती साय ने सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं दीं और यह वचन दिया कि वह प्रत्येक वर्ष इस दिन पौधारोपण कर पर्यावरण संवर्धन में अपना योगदान देती रहेंगी।
पर्यावरण संरक्षण के प्रति संकल्प
इस अवसर पर श्रीमती कौशल्या साय ने न केवल पौधरोपण किया, बल्कि समाज के सभी वर्गों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे प्रयास, जैसे एक पौधा लगाना, बड़े बदलाव ला सकते हैं। उनके इस कदम ने न केवल जशपुरनगर, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर श्रीमती कौशल्या साय का यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है। उनकी यह पहल न केवल लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक कर रही है, बल्कि समाज में हरियाली और स्वास्थ्यवर्धन को बढ़ावा देने का भी एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। इस तरह के प्रयासों से निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ और देश में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सकारात्मक बदलाव आएंगे।