रायपुर, 09 जून 2025: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) नवा रायपुर के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित चिंतन शिविर 2.0 के दूसरे दिन की शुरुआत योग सत्र के साथ की। इस सत्र में उनके साथ मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास करते हुए मुख्यमंत्री ने योग को स्वस्थ जीवनशैली का आधार बताते हुए इसके शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभों पर प्रकाश डाला। इस आयोजन ने न केवल शिविर के माहौल को सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया, बल्कि प्रदेशवासियों के लिए स्वस्थ और संतुलित जीवनशैली को अपनाने का एक प्रेरणादायक संदेश भी दिया।
योग सत्र में मंत्रिमंडल की सक्रिय भागीदारी
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में आयोजित इस योग सत्र में उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा और आईआईएम रायपुर के निदेशक प्रो. रामकुमार काकानी ने हिस्सा लिया। सभी ने योग प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में विभिन्न आसनों का अभ्यास किया, जिसमें सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, वृक्षासन, भुजंगासन और शवासन जैसे योगासन शामिल थे।
योग: शारीरिक और मानसिक संतुलन का आधार
योग सत्र के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा, “योग न केवल हमारे शरीर को स्वस्थ और लचीला बनाता है, बल्कि यह मन को शांति और एकाग्रता प्रदान करता है। यह हमें प्रकृति के साथ जोड़ता है और जीवन में संतुलन लाने में मदद करता है।” उन्होंने योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने की अपील करते हुए कहा कि यह तनाव प्रबंधन और समग्र कल्याण के लिए एक प्रभावी साधन है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश में योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को भी दोहराया।
चिंतन शिविर 2.0: विचार और स्वास्थ्य का संगम
चिंतन शिविर 2.0 का आयोजन आईआईएम नवा रायपुर में किया जा रहा है, जहां मंत्रिमंडल के सदस्य और वरिष्ठ अधिकारी राज्य के विकास और कल्याणकारी योजनाओं पर विचार-मंथन कर रहे हैं। योग सत्र को इस शिविर का हिस्सा बनाकर सरकार ने यह संदेश दिया है कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य नीति निर्माण और प्रशासनिक कार्यकुशलता के लिए भी आवश्यक है। यह पहल न केवल मंत्रिमंडल के सदस्यों के लिए प्रेरणादायक रही, बल्कि यह प्रदेश के नागरिकों के लिए भी एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करती है।
स्वास्थ्य और संतुलित जीवनशैली को प्रोत्साहन
इस योग सत्र का आयोजन छत्तीसगढ़ सरकार की उस सोच को दर्शाता है, जिसमें स्वास्थ्य को विकास का आधार माना गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वस्थ नागरिक ही एक समृद्ध और प्रगतिशील राज्य का निर्माण कर सकते हैं। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश में योग और आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं और जागरूकता अभियानों की जानकारी भी साझा की। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं से योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का आह्वान किया।
आईआईएम रायपुर के निदेशक की सराहना
आईआईएम रायपुर के निदेशक प्रो. रामकुमार काकानी ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल द्वारा योग सत्र में भागीदारी एक प्रेरणादायक कदम है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल शिविर के उद्देश्यों को और सशक्त बनाता है, बल्कि यह समाज में स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
प्रदेश में योग को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता
छत्तीसगढ़ सरकार ने हाल के वर्षों में योग और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। स्कूलों, कॉलेजों और सामुदायिक स्तर पर योग शिविरों का आयोजन, योग प्रशिक्षकों की नियुक्ति और आयुर्वेदिक चिकित्सा को बढ़ावा देने जैसे प्रयास इस दिशा में उल्लेखनीय हैं। इस योग सत्र ने इन प्रयासों को और अधिक गति प्रदान की है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उनके मंत्रिमंडल द्वारा चिंतन शिविर 2.0 में योग सत्र का आयोजन एक सकारात्मक और प्रेरणादायक पहल है। यह न केवल सरकार की स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाता है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि योग और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाकर हम एक बेहतर और संतुलित समाज का निर्माण कर सकते हैं। इस आयोजन ने प्रदेशवासियों को योग के प्रति जागरूक करने और इसे दैनिक जीवन में शामिल करने की प्रेरणा दी है।