रायपुर, 13 जून 2025: छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निर्माण श्रमिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं के तहत एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 15 जून 2025 को रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के तहत 31 मेधावी श्रमिक बच्चों को 2-2 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान करेंगे। इस अवसर पर श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन और छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष डॉ. राम प्रताप सिंह भी उपस्थित रहेंगे।
मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में टॉप 10 में स्थान प्राप्त करने वाले पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के 31 मेधावी बच्चों को सम्मानित किया जाएगा। इनमें 10वीं कक्षा के 26 और 12वीं कक्षा के 5 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। प्रत्येक छात्र को 2 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, जिसमें 1 लाख रुपये दोपहिया वाहन के लिए और 1 लाख रुपये नकद प्रोत्साहन राशि के रूप में प्रदान किए जाएंगे। यह पहल श्रमिक बच्चों की शैक्षणिक उपलब्धियों को प्रोत्साहित करने और उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
38,200 श्रमिकों के लिए 19.71 करोड़ की सहायता
इसके अतिरिक्त, छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा राज्य के 38,200 निर्माण श्रमिकों के लिए 19.71 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता राशि उनके बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से अंतरित की जाएगी। यह राशि विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत प्रदान की जाएगी, जो श्रमिकों और उनके परिवारों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में सहायक होगी।
योजनाओं और लाभार्थियों का विवरण
श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन ने बताया कि यह सहायता राशि विभिन्न योजनाओं के तहत वितरित की जाएगी। इन योजनाओं और उनके लाभार्थियों की संख्या निम्नलिखित है:
1. मिनीमाता महतारी जतन योजना: 1,915 श्रमिकों को 3.83 करोड़ रुपये
2. मुख्यमंत्री सायकल सहायता योजना: 279 श्रमिकों को 10.33 लाख रुपये
3. मुख्यमंत्री श्रमिक औजार सहायता योजना: 6,319 श्रमिकों को 2.19 करोड़ रुपये
4. मुख्यमंत्री सिलाई मशीन सहायता योजना: 12 श्रमिकों को 94,800 रुपये
5. मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना: 4,825 श्रमिकों को 96.17 लाख रुपये
6. मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना: 155 श्रमिकों को 37.63 लाख रुपये
7. मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक दीर्घायु सहायता योजना: 2 श्रमिकों को 40,000 रुपये
8. मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर सुरक्षा उपकरण सहायता योजना: 4,939 श्रमिकों को 74.08 लाख रुपये
9. निर्माण श्रमिकों के बच्चे हेतु उत्कृष्ट खेल प्रोत्साहन योजना: 1 श्रमिक को 50,000 रुपये
10. दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना: 7 श्रमिकों को 7 लाख रुपये
11. मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना: 264 श्रमिकों को 2.64 करोड़ रुपये
12. मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना: 2,486 श्रमिकों को 4.97 करोड़ रुपये
13. मुख्यमंत्री श्रमिक सियान सहायता योजना: 372 श्रमिकों को 74.40 लाख रुपये
14. निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु निशुल्क गणवेश एवं पुस्तक कॉपी हेतु सहायता राशि योजना: 15,066 श्रमिकों को 2.00 करोड़ रुपये
15. मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना: 25 श्रमिकों को 25 लाख रुपये
श्रमिक कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
यह पहल छत्तीसगढ़ सरकार की निर्माण श्रमिकों और उनके परिवारों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इन योजनाओं के माध्यम से न केवल श्रमिकों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है, बल्कि उनके बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, और अन्य जरूरतों को भी पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। विशेष रूप से मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन राशि और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत सहायता राशि श्रमिक समुदाय के लिए एक नई उम्मीद का प्रतीक है।
15 जून को होगा भव्य आयोजन
15 जून 2025 को न्यू सर्किट हाउस, रायपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा मेधावी छात्रों को सम्मानित किया जाएगा और विभिन्न योजनाओं के तहत सहायता राशि का वितरण प्रारंभ होगा। यह आयोजन न केवल श्रमिकों के लिए आर्थिक सहायता का माध्यम बनेगा, बल्कि उनके बच्चों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने और समाज में उनके योगदान को मान्यता देने का भी अवसर प्रदान करेगा।
छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल निर्माण श्रमिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन और विभिन्न योजनाओं के तहत आर्थिक सहायता से न केवल श्रमिकों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि उनके परिवारों को भी बेहतर भविष्य की उम्मीद मिलेगी। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ सरकार की श्रमिक कल्याण के प्रति संवेदनशीलता और समर्पण का एक जीवंत उदाहरण है।