दोकड़ा (जशपुर, छत्तीसगढ़),Manthanchhattisgarh 23 जून 2025: जशपुर जिले के ऐतिहासिक और धार्मिक नगरी दोकड़ा में श्री जगन्नाथ मंदिर द्वारा आयोजित होने वाली वार्षिक रथ यात्रा इस वर्ष 27 जून 2025 को अभूतपूर्व भव्यता के साथ निकाली जाएगी। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय को परंपरागत रूप से गजपति महाराज की सम्मानित भूमिका सौंपी गई है। ओडिशा से आए विशेष पुरोहितों ने विधि-विधान के साथ यह रस्म संपन्न कराई, जो इस पवित्र आयोजन की शुरुआत का प्रतीक है। यह रथ यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि छत्तीसगढ़ और ओडिशा की साझा सांस्कृतिक विरासत का एक जीवंत उदाहरण भी है।
गजपति महाराज की रस्म का विधिवत आयोजन
ओडिशा के संबलपुर से आमंत्रित पुरोहितों ने बगिया स्थित मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचकर पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ गजपति महाराज की रस्में संपन्न कीं। यह परंपरा पूरी (पुरी) धाम के जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर निभाई जाती है, जहां गजपति महाराज को रथ यात्रा का मुख्य संरक्षक माना जाता है। पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की और मुख्यमंत्री दंपति को इस पवित्र दायित्व के लिए आशीर्वाद प्रदान किया। श्री विष्णुदेव साय और श्रीमती कौशल्या साय ने पूरे श्रद्धा-भाव के साथ इस धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा, “श्री जगन्नाथ मंदिर दोकड़ा की रथ यात्रा हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक एकता का प्रतीक है। गजपति महाराज की भूमिका निभाना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। हम सभी इस पवित्र आयोजन को भव्य और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
27 जून को निकलेगी भव्य रथ यात्रा
श्री जगन्नाथ मंदिर दोकड़ा में 27 जून 2025 को होने वाली रथ यात्रा में भगवान श्री जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की मूर्तियों को विशेष रूप से सजाए गए रथों पर विराजमान कर नगर भ्रमण कराया जाएगा। रथ खींचने की परंपरा में हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे, जो भक्ति और उत्साह के साथ इस पवित्र कार्य में भाग लेंगे। रथ यात्रा का मार्ग और समय मंदिर समिति द्वारा जल्द ही घोषित किया जाएगा, ताकि भक्तगण समय पर उपस्थित हो सकें।
कीर्तन मंडलियों और झांकियों की विशेष प्रस्तुति
इस वर्ष की रथ यात्रा को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए ओडिशा की प्रसिद्ध कीर्तन मंडलियां शामिल होंगी, जो भक्ति रस से सराबोर गीतों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ भक्तों का मन मोहेंगी। इसके साथ ही, धार्मिक, सांस्कृतिक और पौराणिक थीम पर आधारित रंग-बिरंगी झांकियां भी प्रस्तुत की जाएंगी। ये झांकियां श्री जगन्नाथ की लीलाओं, रामायण, महाभारत और अन्य पौराणिक कथाओं को दर्शाएंगी, जो आयोजन की शोभा को चार चांद लगाएंगी।
विशाल मेले का आयोजन
रथ यात्रा के साथ-साथ दोकड़ा में एक विशाल मेले का आयोजन भी किया जा रहा है। इस मेले में विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए जाएंगे, जहां स्थानीय हस्तशिल्प, पारंपरिक वस्त्र, और धार्मिक सामग्री उपलब्ध होगी। बच्चों और युवाओं के लिए झूले और मनोरंजन के साधनों की व्यवस्था की जाएगी। मेले में छत्तीसगढ़ और ओडिशा के पारंपरिक व्यंजनों जैसे ठेठरी-खुरमी, चटनी, और पूरी-सब्जी के स्टॉल भी आकर्षण का केंद्र होंगे। मेला क्षेत्र में सुरक्षा और स्वच्छता के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, और अन्य पड़ोसी राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। मंदिर समिति और स्थानीय प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन और यातायात व्यवस्था के लिए व्यापक तैयारियां की हैं।
रथ निर्माण कार्य अंतिम चरण में
श्री जगन्नाथ मंदिर समिति द्वारा निर्मित विशाल और आकर्षक रथ का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। यह रथ पूरी धाम की शैली में तैयार किया जा रहा है, जिसमें पारंपरिक कला और शिल्प का बेजोड़ नमूना देखने को मिलेगा। रथ के निर्माण में स्थानीय कारीगरों के साथ-साथ ओडिशा से आए विशेष रथ शिल्पियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। रथ को रंग-बिरंगे कपड़ों, फूलों, और पारंपरिक आभूषणों से सजाया जाएगा, जो भक्तों के लिए दृश्यात्मक आनंद का स्रोत होगा।
सांस्कृतिक एकता का प्रतीक
श्री जगन्नाथ मंदिर दोकड़ा की रथ यात्रा छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। यह आयोजन दोनों राज्यों के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक आदान-प्रदान को और मजबूत करता है। मंदिर समिति ने सभी श्रद्धालुओं, भक्तों, और धर्मप्रेमियों से इस पवित्र अवसर पर रथ यात्रा में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करने का आग्रह किया है।
प्रशासनिक तैयारियां और सुरक्षा व्यवस्था
स्थानीय प्रशासन ने रथ यात्रा और मेले के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। भीड़ प्रबंधन, यातायात नियंत्रण, और सुरक्षा के लिए पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा, चिकित्सा सुविधाओं के लिए मेडिकल कैंप और एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है। स्वच्छता अभियान के तहत मेला क्षेत्र और रथ यात्रा मार्ग को साफ-सुथरा रखने के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।
मंदिर समिति का संदेश
श्री जगन्नाथ मंदिर समिति ने सभी भक्तों से अपील की है कि वे रथ यात्रा में शामिल होकर भगवान श्री जगन्नाथ का आशीर्वाद प्राप्त करें। समिति के अध्यक्ष ने कहा, “यह रथ यात्रा हमारी आस्था, भक्ति, और सांस्कृतिक एकता का उत्सव है। हम सभी को इस आयोजन को शांतिपूर्ण और भव्य बनाने के लिए सहयोग करना चाहिए।