पत्थलगांव (जशपुर): जशपुर जिले के पत्थलगांव नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 1 में पार्षद चुनाव अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। यहां पर इसाई समाज के युवा और शिक्षित नेता समीर कुजूर ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल कर चुनावी सरगर्मी को और बढ़ा दिया है। मंगलवार को उन्होंने पत्थलगांव तहसील कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया, जिसके बाद से यहां चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है।
समीर कुजूर ने नामांकन के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “यदि वार्ड वासियों का आशीर्वाद प्राप्त होता है तो मैं दिन-रात उनके लिए काम करूंगा। मेरा मुख्य उद्देश्य, इलाके की मूलभूत समस्याओं जैसे जल, बिजली, सड़क और नालियों का निर्माण कार्य करना प्रमुख रहेगा। मैं बिना किसी भेदभाव के वार्डवासियों की सेवा करूंगा।”
समीर ने यह भी कहा कि वार्ड के लोगों को अब कोई भी मूलभूत सुविधा की कमी नहीं होगी और वह जल्द ही जर्जर सड़कों एवं नालियों के निर्माण कार्य को प्राथमिकता देंगे। उनका यह संदेश वार्डवासियों में एक नई उम्मीद जगा रहा है।
वहीं, नामांकन के दौरान एक दिलचस्प मोड़ तब आया जब कांग्रेस की पूर्व पार्षद मेरी तिर्की भी भारी संख्या में अपने समर्थकों के साथ तहसील कार्यालय पहुंची और समीर कुजूर को अपना समर्थन दिया। मेरी तिर्की ने कांग्रेस पार्टी से अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “मैं नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए टिकट मांग रही थी, लेकिन मुझे टिकट नहीं दिया गया। इस वजह से मैंने कांग्रेस पार्टी से नाता तोड़कर, नगर पंचायत पत्थलगांव के अध्यक्ष के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरी हूँ।” उनकी नाराजगी और कांग्रेस पार्टी से असंतोष ने इस चुनाव को और भी रोचक बना दिया है।
समीर कुजूर, जो पहले कांग्रेस पार्टी के समर्थक माने जाते थे, उन्होंने भी पार्टी द्वारा अपने समाज के लोगों को उचित तवज्जो न दिए जाने पर अपनी निराशा व्यक्त की। इसके चलते उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।
नामांकन के दौरान समीर के साथ उनके समर्थक रजनी तिग्गा, दीपक कुजूर, स्मृति एक्का, मिथिलेश कुजूर, सुमन कुजूर समेत भारी संख्या में समर्थक मौजूद रहे। समीर के समर्थन में आए लोगों की भीड़ और उनकी ओर बढ़ती समर्थन लहर ने यह चुनाव और भी रोचक बना दिया है।
पत्थलगांव के वार्ड क्रमांक 1 में अब यह देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी रीना कुजूर और भाजपा के तरफ से पार्षद प्रत्याशी सहदूर कुजूर के बीच ईसाई समुदाय के युवा नेता समीर कुजूर का यह निर्दलीय चुनावी मुकाबला किस दिशा में जाता है और क्या वह वार्डवासियों के समर्थन से चुनाव जीत पाते हैं या नहीं। फिलहाल, इस चुनाव ने क्षेत्र में चर्चा का नया विषय जरूर बना दिया है।