पत्थलगांव में मधुमक्खियों का बढ़ता खतरा, स्थानीय लोग परेशान
पत्थलगांव (जशपुर): जशपुर जिले के पत्थलगांव शहर में इन दिनों मधुमक्खियों के छत्तों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे स्थानीय लोग और राहगीर परेशान हो रहे हैं। रायगढ़ रोड़ और जशपुर रोड़ जैसे व्यस्त मार्गों पर मधुमक्खियों के छत्ते बने हुए हैं, जो लोगों की दिक्कतों का कारण बन रहे हैं।
प्रितमा टॉवर और सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल का हाल
शहर के प्रमुख स्थलों में से एक प्रितमा टॉवर, जहां चारों ओर मधुमक्खियों ने अपना छत्ता बना लिया है, यहाँ की स्थिति काफी गंभीर हो चुकी है। वहीं, जशपुर रोड़ स्थित सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल के पास पीपल के पेड़ पर भी मधुमक्खियों के छत्ते बने हैं, जिससे स्कूल के बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों के लिए यह खतरे का कारण बन सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो मधुमक्खियों से एलर्जी या भय महसूस करते हैं।
स्थानीय लोगों की समस्याएँ
स्थानीय निवासी इस स्थिति से परेशान हैं और उन्होंने कई बार वन विभाग और नगर पंचायत से शिकायत की है। बबलू तिवारी, एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हमने कई बार अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।” वहीं शुभम साहू ने भी इस समस्या को गंभीर बताते हुए कहा, “मधुमक्खियों के छत्ते हर जगह बढ़ते जा रहे हैं, जिससे बच्चों और आम लोगों की सुरक्षा खतरे में है।”
वन विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं
इस मुद्दे पर वन विभाग का कहना है कि वे जल्द ही इस समस्या का समाधान करने के लिए एक एक्सपर्ट टीम को बुलाएंगे। कृपासिंधु पैंकरा, रेंजर वन विभाग पत्थलगांव ने बताया, “हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और जल्द ही एक टीम को तैनात करेंगे, जो शहर से मधुमक्खियों को हटाएगी।” हालांकि, स्थानीय लोग अभी भी इंतजार कर रहे हैं कि इस समस्या का हल कब निकलेगा, क्योंकि हर दिन मधुमक्खियों की संख्या बढ़ती जा रही है।
पत्थलगांव शहर में मधुमक्खियों के छत्तों के कारण स्थानीय निवासियों और बच्चों को होने वाली समस्याओं ने एक गंभीर रूप ले लिया है। अब देखना होगा कि प्रशासन और वन विभाग इस समस्या का समाधान कब तक निकाल पाते हैं और लोगों को राहत मिलती है या नहीं।